


मकरध्वज प्रधान
मैनपुर ब्लॉक के जाड़ापदर गांव में राइस मिल को लेकर सरपंच और ग्रामीणों के बीच विवाद गहराता जा रहा है। गांव के सरपंच हरचंद ध्रुव (बैगा) ने गांव की जमीन पर राइस मिल निर्माण के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) जारी किया, जिसके चलते ग्रामीणों ने नाराज होकर उनका और उन्ही के परिवार के उपसरपंच का
‘हुक्का-पानी’ बंद कर दिया है।
यह कदम ग्रामीणों के लिए एक बड़ा विरोध प्रदर्शन है, जिससे सरपंच और उनके परिवार का बहिष्कार किया जा रहा है। गांव वालों ने यहां तक चेतावनी दी है कि जो भी सरपंच से बातचीत करेगा या उनकी मदद करेगा, उसे 5 हजार रुपए का जुर्माना भरना होगा।
ग्रामीणों का कहना है कि जिस जमीन पर राइस मिल बनाने की योजना है, वह उनके देव स्थल और तालाब के पास है। “हम खेती या गोदाम बनाने से नहीं रोक रहे, लेकिन राइस मिल से तालाब की सफाई और बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ेगा,” एक ग्रामीण ने बताया। उनका मानना है कि राइस मिल से पर्यावरण और सांस्कृतिक स्थलों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
वहीं, सरपंच हरचंद ध्रुव का कहना है कि उन्होंने यह निर्णय गांव के विकास और रोजगार बढ़ाने के लिए लिया। “यह जमीन पहले भी दो बार बेची जा चुकी है, तब कोई विरोध नहीं हुआ। अब जब मैंने रोजगार और विकास के लिए कदम उठाया है, तो मेरे खिलाफ यह कदम उठाया जा रहा है,” उन्होंने कहा।
सरपंच ने कलेक्टर और एसपी से हस्तक्षेप की मांग की है और चेतावनी दी है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे परिवार समेत जिला मुख्यालय तक पैदल मार्च करेंगे। मैनपुर थाना प्रभारी शिव शंकर हुर्रा ने बताया कि दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास जारी है और उच्च अधिकारियों के निर्देशानुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।