

मकरध्वज प्रधान
मैनपुर: नई शिक्षा नीति के तहत मैनपुर विकासखंड के विद्यालयों में शाला पूर्व तैयारी और बच्चों के भाषा तथा संज्ञानात्मक विकास के लिए अह्वान संस्था के सहयोग से बालवाड़ी कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत 13 नवंबर 2024 को प्राथमिक विद्यालय भरुवामुडा में बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु बालक-पालक-शिक्षक एवं समुदाय का एक बैठक आयोजित की गई।
इस बैठक में बालवाड़ी शिक्षक श्री नरेश कश्यप द्वारा बच्चों का कक्षा शिक्षण प्रदर्शन किया गया, जिसे पालकों के समक्ष प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत ‘सर्कल टाइम’ गतिविधि के साथ हुई, जिसमें बच्चों को भाषा विकास में ‘श’ वर्ण की पहचान कराई गई और संज्ञानात्मक विकास के लिए संख्या ‘6’ की पहचान कराई गई।
बैठक के दौरान पालकों को नियमित रूप से बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने और उनकी उचित देखभाल के महत्व पर चर्चा की गई। इसके साथ ही, समुदाय में बालवाड़ी कार्यक्रम की महत्ता को समझाने के लिए एक जागरूकता अभियान की आवश्यकता पर भी बल दिया गया।
कार्यक्रम में सहयोगी संस्था अह्वान के वरिष्ठ कार्यक्रम सहयोगी श्री भुवेंद्र कुमार बघेल भी विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने पालकों की भूमिका और दायित्वों पर विस्तार से चर्चा की और समुदाय से अपेक्षित सहयोग के प्रति जागरूकता बढ़ाई। उन्होंने समझाया कि बालवाड़ी कार्यक्रम बच्चों के बौद्धिक और मानसिक विकास के लिए कितनी अहम भूमिका निभाता है और इसे सफल बनाने में पालकों और समुदाय का सहयोग अनिवार्य है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल बच्चों के लिए प्रभावी शाला पूर्व तैयारी सुनिश्चित करना था, बल्कि माता-पिता को यह समझाना भी था कि बालवाड़ी शिक्षा उनके बच्चों की आगे की शैक्षिक यात्रा का महत्वपूर्ण आधार है।